चन्द लम्हो का साथ और है,
फिर मेरा यार चला जायेगा,
ले अपने संग खट्टी मीठी यादे चला जायेगा,
होता अगर बस में थोड़ा सा भी,
तो उसे हरगिज़ जाने न देते,
लेकिन छूना है उसे आसमा एक दिन,
कैसे उसे आगे बढ़ने से रोक लेते।
यूँ तो सब कुछ ही कहा मैने उसको,
पर कुछ बाते आज भी अधूरी है,
आती है कुछ बाते जुबां पर,
लेकिन कुछ का मन मे रहना भी जरूरी है।
वो एक खुशनुमा चेहरे के पीछे कितने गम समेटे रहता है,
दुनिया को नकार कर, अपने उसूलो पर बढ़ता रहता है,
हां फक्र है मुझे उसकी यारी पर,
अपने दुख, दर्द रख ताक में वो,
बस एक मुस्कान लबो पर रखता है।
ना जाने कैसे जी पाऊंगा उसके बिना,
जो कुछ दिनों से जीना मुझे सीखा रहा,
उस हसीन,मासूम, मुस्कुराते हुए चेहरे के बिना,
जो कुछ वक्त से, वक़्त से लड़ना मुझे सीखा रहा।
यूँ तो बड़े ऐब है मुझमे कही छिपे हुए से,
चन्द खामियां मुझे हर तरफ से घेरे है,
पर जब वो पास होता है तो,
लगता है जैसे, अब दूर सारे अंधेरे है।
उसके संग चहु ओर बस उजले सवेरे है...
कमी सी तो होगी ही उसके जाने के बाद,
एक आदत सी है उसकी, जिंदगी में आने के बाद,
जानता हूँ उसका जाना है जरूरी,
पर दिल रो रो पूछता है, कैसे रहेगा तू उसके जाने के बाद...।
खुदा से दरखास्त है बस इतनी,
उसकी मुस्कान सलामत रखना,
अपनी उम्र से ज्यादा जिंदगी देखी है उसने,
उसकी जिंदगी में अब कोई गम मत रखना।
एक वादा रहेगा तुझसे मेरे यार,
जहां में जहाँ भी रहे तू, अकेला नही होगा,
मेरा अक्स, मेरा हर लफ्ज़, तेरे साथ ही होगा,
बाट लेना गर कोई गम परेशान करें अंदर से,
मिल कर ढूंढ लेंगे रास्ता, जैसे मोती किसी समंदर से।
और हां! कुछ मांगना है तुमसे,
दूर जाकर मुझसे खामोश सा ना रहना,
लड़ ही लेना चाहे मुझसे, डांट देना चाहे मुझे,
लेकिन, खामोश ना रहना।
चन्द लम्हो का साथ और है,
फिर मेरा यार चला जायेगा,
ले अपने संग खट्टी मीठी यादे चला जायेगा।
By: Yogesh Jangid
फिर मेरा यार चला जायेगा,
ले अपने संग खट्टी मीठी यादे चला जायेगा,
होता अगर बस में थोड़ा सा भी,
तो उसे हरगिज़ जाने न देते,
लेकिन छूना है उसे आसमा एक दिन,
कैसे उसे आगे बढ़ने से रोक लेते।
यूँ तो सब कुछ ही कहा मैने उसको,
पर कुछ बाते आज भी अधूरी है,
आती है कुछ बाते जुबां पर,
लेकिन कुछ का मन मे रहना भी जरूरी है।
वो एक खुशनुमा चेहरे के पीछे कितने गम समेटे रहता है,
दुनिया को नकार कर, अपने उसूलो पर बढ़ता रहता है,
हां फक्र है मुझे उसकी यारी पर,
अपने दुख, दर्द रख ताक में वो,
बस एक मुस्कान लबो पर रखता है।
ना जाने कैसे जी पाऊंगा उसके बिना,
जो कुछ दिनों से जीना मुझे सीखा रहा,
उस हसीन,मासूम, मुस्कुराते हुए चेहरे के बिना,
जो कुछ वक्त से, वक़्त से लड़ना मुझे सीखा रहा।
यूँ तो बड़े ऐब है मुझमे कही छिपे हुए से,
चन्द खामियां मुझे हर तरफ से घेरे है,
पर जब वो पास होता है तो,
लगता है जैसे, अब दूर सारे अंधेरे है।
उसके संग चहु ओर बस उजले सवेरे है...
कमी सी तो होगी ही उसके जाने के बाद,
एक आदत सी है उसकी, जिंदगी में आने के बाद,
जानता हूँ उसका जाना है जरूरी,
पर दिल रो रो पूछता है, कैसे रहेगा तू उसके जाने के बाद...।
खुदा से दरखास्त है बस इतनी,
उसकी मुस्कान सलामत रखना,
अपनी उम्र से ज्यादा जिंदगी देखी है उसने,
उसकी जिंदगी में अब कोई गम मत रखना।
एक वादा रहेगा तुझसे मेरे यार,
जहां में जहाँ भी रहे तू, अकेला नही होगा,
मेरा अक्स, मेरा हर लफ्ज़, तेरे साथ ही होगा,
बाट लेना गर कोई गम परेशान करें अंदर से,
मिल कर ढूंढ लेंगे रास्ता, जैसे मोती किसी समंदर से।
और हां! कुछ मांगना है तुमसे,
दूर जाकर मुझसे खामोश सा ना रहना,
लड़ ही लेना चाहे मुझसे, डांट देना चाहे मुझे,
लेकिन, खामोश ना रहना।
चन्द लम्हो का साथ और है,
फिर मेरा यार चला जायेगा,
ले अपने संग खट्टी मीठी यादे चला जायेगा।
By: Yogesh Jangid
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