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Sunday 18 December 2016

Alibaba Founder Jack Ma's Success Story in Hindi

Jack Ma – Inspirational Success Story of Alibaba Group Founder in Hindi


दुनिया में कुछ लोग असफलता हाथ लगने पर निराश हो जाते हैं, कुछ लोग रास्ता बदल लेते हैं, कुछ लोग इसे अपना गलत भाग्य मान कर और किस्मत में ऐसा लिखा मान कर समय से और मुश्किलों से समझौता कर लेते हैं और ऐसे में से कुछ जुनूनी, मेहनती लोग ऐसे भी होते हैं जो अपना रास्ता खुद बनाने लगते हैं और सारे पूर्वानुमान को गलत साबित करते हुए सारी मुश्किलों का अपने बुलन्द हौसलों से मुकाबला करते हुए विजेता बन जाते हैं।
इन्हीं लोगों में से दुनिया के प्रमुख बिजनेसमेन में शामिल अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा भी है
जो कि चीन के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। वे एशिया का दुसरे तथा दुनिया के 18 वें सबसे धनी व्यक्ति है। जैक मा के पास ना तो बिज़नेस मैनेजमेंट की डिग्री है और ना ही वे बहुत ज्यादा हैंडसम हैं।

जैक मा की इस सफलता के पीछे का राज उनकी मेहनत है आइये जानते हैं उनके संघर्ष के बारें में

आज की तारीख में दुनिया के सबसे रईस लोगों में शुमार जैक मा प्राथमिक स्कूल (कक्षा पांचवीं तक) में दो बार फेल हुए थे और मिडिल स्कूल (कक्षा आठवीं तक) में तीन बार फैल हुए।
जब वे 8 साल के थे तभी उन्होंने अंग्रेजी सीखनी शुरू कर दी थी, ऐसा चीन में कम ही लोग करते हैं क्योकि वहां लोग चीनी भाषा में ही काम करते हैं। अंग्रेजी सीखने के लिए उन्होंने किसी शिक्षक का सहारा नहीं लिया था, बल्कि वे Tourist Guide बन गए थे और टूरिस्टों को घुमाने के दौरान वे अंग्रेजी में बोलते थे। उन्होंने यह काम करीब नौ साल तक किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि इस दौरान उन्होंने ना केवल अंग्रेजी सीखी बल्कि पश्चिमी लोगों के तकनीक और स्टाइल को भी सीखा।
जैक मा अपने कॉलेज एग्जाम के Entrance exam में 3 बार फ़ैल हुए।






ग्रेजुएशन करने के लिए अमेरिका की Harward University ने भी 10 बार इनकार किया गया था मतलब admission के लिए अयोग्य करार दे दिए थे। इसके बारे में एक इंटरव्यू में जैक ने कहा, “…और मैंने सोचा था, शायद किसी दिन मुझे वहां जाकर पढ़ाना चाहिए…”
खैर हार्वर्ड में दाखिला कोई बच्चों का खेल नहीं यह बात मानी जा सकती हैं, लेकिन जैक मा को तो फूड चेन केएफसी (KFC) ने भी रिजेक्ट किया था। जैक मा बताते हैं, “जब केएफसी हमारे देश चीन में हमारे शहर पहुंचा, 24 लोगों ने नौकरी के लिए अर्जी दी थी, जिनमें से 23 चुन लिए गए…” जिस एक व्यक्ति को ठुकराया गया था, वह मैं जैक मा ही था।
उन्हें तब भी रिजेक्ट कर दिया गया था, जब उन्होंने पुलिस में भर्ती होने के लिए आवेदन किया था।
ऐसे ही लगभग 30 नौकरियों में उन्होंने apply किया था और सभी में reject कर दिए गए थे।

बिजनेस की शुरुआत

इतनी बार फेल होने तथा reject होने के बाद भी ये निराश नहीं हुए बल्कि सकारात्मक सोच के साथ एक ट्रांसलेशन कंपनी खोली। जिसके बाद वे अमेरिका गए और वहां उन्होंने Internet देखा और जाना कि घर बैठे लोग भी Internet के द्वारा एक दूसरे से जुड़ सकते हैं। इसी सोच के साथ इन्होने चीन लौटकर चीन की पहली ऑनलाइन डायरेक्टरी “China Pages” लांच की। इस कंपनी को शुरू करने के लिए Jack Ma ने अपनी बहन से पैसे उधार लिए थे, लेकिन यह कंपनी fail हो गई।
इसके बाद उन्होंने चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री में काम किया और कुछ दिनों के बाद नौकरी छोड़ दी, जिसके बाद वे अपने घर हैंग्जू चले गए और वहीं सन 1998 अलीबाबा Shopping Website की शुरुआत की। उनके सामने कई मुश्किलें आयीं। तीन सालों तक उन्हें कोई Profit नहीं हुआ। Shopping Website की सबसे बड़ी मुश्किल यह थी कि Online Payment का कोई तरीका उनके पास नहीं था और कोई भी Bank उनके साथ काम नहीं करना चाहता था।
ऐसे में जैक मा ने ने फैसला किया कि वो खुद अपना पेमेंट सिस्टम/गेटवे विकसित करेंगे, उन्होंने इसका नाम रखा “अली पे”। इस प्रोग्राम से International Customer के बीच मुद्रा का आदान प्रदान आसान हो गया।
उस समय जब उन्होंने “अली पे” का आईडिया जब उन्होंने लोगो को बताया तो बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह सबसे Stupid Idea है। जैक ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, अगर लोग उस सुविधा का आसानी से उपयोग करतें हैं और उनका काम आसान हो जाता है।
आज 80 करोड़ लोग “अली पे” का इस्तेमाल करतें हैं
उनकी वेबसाइट Alibaba.com पर रोजाना 10 करोड़ Customers आते हैं। आज अलीबाबा ग्रुप में लगभग 34985 कर्मचारी काम करते हैं। तथा अलीबाबा की मार्किट वैल्यू 231 अरब डॉलर है तथा जैक मा की संपत्ति 24.1 अरब डॉलर (130800 करोड़ / 1300 अरब रूपए) है।
आज अलीबाबा E-Commerce कंपनी दुनिया में सबसे अधिक Online सामान बेचती है। इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते है कि यह Amazon और E-bay से भी अधिक बड़ी कंपनी है।
अलीबाबा कंपनी की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगया जा सकता है कि इस कंपनी ने अपना Initial Public Offering (IPO) 4080 रुपए (68 डॉलर) पर पेश किया था और मार्केट खत्म होने पर इसकी कीमत 5711 रुपए (93.89 डॉलर) हो गई थी। इसे अमेरिका का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बताया जा रहा है। उनकी निजी संपत्ति की कीमत करीब 130800 करोड़ रुपए है।
Alibaba.com के नाम से मशहूर यह कंपनी दुनिया भर के 190 कंपनियों से जुड़ी हुई है। Alibaba.com वेबसाइट के अलावा taobao.com चलाती है जो चीन की सबसे बड़ी शॉपिंग वेबसाइट है। इसके अलावे चीन की बड़ी जनसंख्या को इनकी वेबसाइट tmall.com ब्रांडेड चीजें मुहैया कराती हैं।
यही नहीं, चीन में ट्विटर जैसी सोशल मीडिया सिना वाइबो में भी इस कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी है, इसके साथ ही YouTube जैसी वीडियो शेयरिंग वेबसाइट Youku Tudou में भी अलीबाबा की अहम हिस्सेदारी है। ये कंपनियां मार्केटिंग, cloud computing और लोजिस्ट सेवाएं देती हैं। अलीबाबा कंपनी के शुरुआती दिनों में सिर्फ 18 लोग काम करते थे और अभी करीब 22 हजार लोग काम करते हैं।

उपलब्धियाँ और सम्मान

  • 2004 में China Central Television द्वारा “Top 10 Business Leaders of the Year” चुने गए।
  • 2005 में World Economic Forum ने “Young Global Leader” सम्मान से नवाजा। उसी वर्ष Fortune Magazine ने “25 Most Powerful Business People in Asia” में से एक चुना।
  • 2008 में Barrons ने “One of the Best 30 World’s Best CEO” चुना।
  • 2009 में Forbes Magazine ने “Top 10 Most Respected Entrepreneurs in China” चुना।
  • 2013 में Hong Kong University of Science and Technology ने मानद doctoral डिग्री से नवाज़ा
  • 2014 में Forbes ने “30th Most Powerful Person in the World” में से एक चुना।
  • 2015 में The Asian Awards  ने Entrepreneur of the Year award से नवाज़ा
  • जापान के Soft bank के Board Member हैं।
जैक के बारे में उनकी पत्नी जैंग यिंग का मानना है ‘जैक Handsome नहीं है, लेकिन मुझे उनसे इसलिए प्यार हो गया, क्योंकि वे ऐसे कई काम कर सकते हैं जो Handsome पुरुष भी नहीं कर सकते’।

अगर आपके अंदर दृढ विश्वास है, आपको अपने काम से लगाव है तथा अपने ऊपर भरोसा है तो कोई भी समस्या, कोई भी मुश्किल आपका रास्ता नहीं रोक सकती। आप सफल होंगे ही, इसलिए असफलताओ से डरे नहीं बल्कि डटकर उनका मुकाबला करें।


Source: achhibaatein.com